यूरिया की कालाबाजारी करने वाले व्यापारी पर ट्रक जब्त होने के बाद भी नहीं ठोस कार्यवाई

 



सिहोर। मध्यप्रदेश मेंं यूरिया की किल्लत के चलते विपक्ष के निशाने पर आई कमलनाथ सरकार ने यूरिया खाद की कालाबाजारी को लेकर कार्यवाई शुरू कर दी है। जिसके तहत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र सिहोर में यूरिया खाद की कालाबाजारी करने वाले अग्रसेन ट्रेडर्स के यहाँ एसडीएम सिहोर ने छापामार कार्यवाही जहाँ जमुनिया रोड स्थित वेयर हाउस से यूरिया से भरे 4 ट्रकों को जब्त कर लिया गया लेकिन मौका के फायदा उठाकर एक ट्रक वहाँ से भागने में कामयाब रहा। 


बताया जाता है कि कलेक्टर सिहोर को मिली जानकारी के अनुसार पिछले कई दिनों से यूरिया खाद की कालाबाज़ारी करने बाले अग्रसेन ट्रैडर्स पर प्रशासन की नज़र थी। बताया जाता है कि अज्ञात व्यक्ति की सूचना पर एसडीएम सिहोर ने यह कार्यवाई की है।  जिसमें 4 में से 3 यूरिया से भरे ट्रक जब्त किए गए है। सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि अग्रसेन ट्रैडर्स के मालिक अनिल अग्रवाल लम्बे अरसे से कृषि विभाग के स्थानीय अधिकारियों से मिलीभगत कर 270 रूपए में बिकने वाला यूरिया फुटकर व्यापरियों को 325 से लेकर 330 रूपए बोरी बेंच रहा था। जबकि बिल 270 रूपए का बनाकर बाकी राशी नगद ली जा रही थी। मजबूरी में किसान और फुटकर व्यापारी यूरिया खरीदने को मजबूर थे। 


वही अगर कोई फुटकर व्यापारी या किसान ज्यादा कीमत वसूले जाने की बात कहता तो उसे सिहोर जिले में यूरिया का स्टाक नहीं होने की बात कहकर खाद नहीं दी जाती थी। जबकि यूरिया खाद को पास अग्रसेन ट्रेडर्स सिहोर से लगे कई शहरों और कस्बो में कालाबाजारी कर बेंच रहा था। मिली सूचना के अनुसार इछाबर, आष्टा, कोठरी, बिलकिशगंज के व्यापारियों को बढ़ी कीमत पर यूरिया बेचकर अनैतिक रूप से लाभ कमाया जा रहा था।


वही सूत्रों की माने तो अग्रसेन ट्रेडर्स के मालिक अनिल अग्रवाल की राजनैतिक रसूख के चलते एक दिन बीत जाने के बाद भी यूरिया से भरे ट्रक जब्त कर थाने में खडे कर दिए गए हो लेकिन कोई कार्यवाई नहीं हुई है। सूत्र बताते है कि व्यापारी प्रशासन में अपनी राजनीतिक पहुँच का दवाब बनाकर थाने में कल रात से खडे ट्रकों को वहाँ से निकालने की जुगत में है। वहीं थाने में खड़े यूरिया से भरे ट्रकों की फोटो तक किसी को नहीं लेने दी जा रही है। इससे शंका बलबती हो रही है कि कहीं ना कही दाल में कुछ काला है। कृषि विभाग से  ज्ञात सूत्रों के अनुसार अग्रसेन ट्रैडर्स को इस वर्ष 5000 टन यूरिया का स्टॉक आबंटित हुआ है। जिसे यह व्यापारी कालाबाज़ारी कर ज्यादा दरों में अन्य कस्बो में बेचकर सिहोर जिले के किसानों के हक पर डांका डाल रहा है। वही प्रदेश में यूरिया की कमी को लेकर जहाँ विपक्ष सरकार को घेर हुए है तो वही इस तरह हो रही यूरिया की काला बाजारी से सरकार की बदनामी भी हो रही है।